Mahalaxmi Case : मां से मांगे 1 लाख रुपये, घर जाने में भाई ने की मदद; महालक्ष्मी केस में खुलासा
Mahalaxmi Case : बेंगलुरु में महालक्ष्मी की नृशंस हत्या मामले की जांच कर रही पुलिस ने कुछ नए खुलासे किए हैं। महिला के शव को 59 टुकड़ों में काटने के बाद आरोपी मुक्ति रंजन रॉय ओडिशा के भद्रक तक कैसे पहुंचा, यह भी पता लगा लिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुक्ति ने अपने दोनों छोटे भाइयों से इस हत्याकांड के बारे में बात की और उन्होंने उसे वहां से भागने में मदद की थी। छोटा भाई स्मृति रंजन बेंगलुरु के हेब्बागोडी में काम करता था, उसने मुक्ति को शहर छोड़ने के लिए दोपहिया वाहन दिया। दूसरा भाई सत्य रंजन रॉय बेहरामपुर में रहता था, जब आरोपी वहां पहुंचा तो उसने उसे 9 दिनों तक अपने यहां रुकने की व्यवस्था की।
पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भाइयों ने महालक्ष्मी की हत्या को लेकर रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। ऐसा हो सकता है कि मुक्ति ने उन्हें पुलिस या परिवार के किसी अन्य सदस्य से इस बारे में बात करने से मना किया हो। इसके लिए उसने बड़े भाई के रूप में अपनी हैसियत का इस्तेमाल किया हो। स्मृति रंजन को बेंगलुरु पुलिस ने हिरासत में लिया है। सबसे छोटे भाई सत्या से ओडिशा और बेंगलुरु पुलिस ने पूछताछ की है। इस दौरान पता चला कि मुक्ति ने बेंगलुरु में टैक्सी चलाने के लिए कार खरीदने का प्लान बनाया था। इसके लिए उसने अपनी मां और भाइयों से पैसे भी मांगे थे। सत्या ने कहा, ‘हम बहुत गरीब परिवार से हैं। हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं। उसने हमसे 1 लाख रुपये मांगे, मगर हम नहीं दे सके। वह महालक्ष्मी से दूर जाना चाहता था।’
Mahalaxmi Case : मां से मांगे 1 लाख रुपये, घर जाने में भाई ने की मदद; महालक्ष्मी केस में खुलासा
59 टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखा गया था शव
आरोपी मुक्ति रंजन रे ने 25 सितंबर को अपने गृह राज्य ओडिशा में आत्महत्या कर ली थी। बेंगलुरु के व्यालिकावल स्थित घर में 21 सितंबर को महालक्ष्मी का शव उसकी मां और बड़ी बहन को मिला था। शव को 59 टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखा गया था। पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने बताया, ‘व्यालिकावल थाने में 21 सितंबर को महिला की हत्या की शिकायत दर्ज हुई। इस मामले में हम मृतका की मां की शिकायत के आधार पर मुख्य संदिग्ध की तलाश में अन्य राज्यों में गए, जहां हमें पता चला कि उसने ओडिशा के भद्रक जिले के धुसुरी थाना क्षेत्र में आत्महत्या कर ली है। हमारे अधिकारी और कर्मचारी वहां गए हुए हैं। हम जानकारी जुटा रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि आरोपी ने एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने हत्या के बारे में जिक्र किया और अपना गुनाह कबूल किया।